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श्री गोविंद गुरु घुमंतू छात्रावास का वार्षिक उत्सव एवं भामाशाह सम्मान समारोह

कोटा। प्रांतीय सेवा भारती चितौड़ प्रांत की ओर से महावीर नगर प्रथम स्थित श्री गोविंद गुरु घुमंतू छात्रावास का वार्षिक उत्सव और भामाशाहों का सम्मान समारोह आयोजित किया गया।
घुमंतू समाज ने 1857 की क्रांति में स्वतंत्रता सेनानियों के साथ मिलकर अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी। जिसके कारण अंग्रेजों ने 1871 में अपराधिक जनजाति अधिनियम लगाकर उन्हें गांवो से निर्वासित किया। 1947 में देश आजाद होने के 5 साल बाद 31 अगस्त 1952 को यह अधिनियम वापस लिया गया, लेकिन इनकी हालत में कोई सुधार नहीं आया। घुमंतू समाज के लिए देश को इनका ऋणी होना चाहिए कि इनको आज तक स्वतंत्रता संग्राम में भागीदारी की सजा मिल रही है। उन्होंने सभी वर्गों से घुमंतू जातियों की हर संभव मदद का आह्वान किया। कोटा ग्रेन एण्ड मर्चेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष अविनाश राठी ने कहा कि भामाशाह मंडी से छात्रावास में रह रहे विद्यार्थियों के लिए संपूर्ण व्यवस्था में मदद करने की बात कही। कोटा विश्वविद्यालय के कुलगुरु प्रो. भगवती प्रसाद सारस्वत ने घुमंतु जातियों के गौरवशाली इतिहास पर शोध करने, पाठ्यक्रम में शामिल करने की बात कही। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने मनमोहक प्रस्तुस्तियां दी। इस दौरान कोटा स्टोन व्यवसायी मुकेश मंत्री, छात्रावास समिति के संरक्षक अरविंद गोयल मौजूद रहे।